नर्मदापुरम में मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज की मांग को लेकर एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में होगा विरोध प्रदर्शन,
रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। जिले की चारों विधानसभा सीटों पर भाजपा के विधायक और सांसद निरंतर जिले की आम जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उसके बावजूद नर्मदापुरम जिले में ना तो मेडिकल कॉलेज खुला है और ना ही इंजीनियरिंग कॉलेज खोला गया है। यहां तक की शासकीय महाविद्यालय में बीएड तक का कोर्स बंद कर दिया गया है। बीपीएड जैसी शिक्षा से छात्र-छात्राएं वंचित है। जिसके कारण निजी महाविद्यालयों में महंगी फीस देने को अभिभावक मजबूर हैं। इन सभी विषयों को लेकर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने एक प्रेस वार्ता कर बताया कि हम 10 सूत्री मांगों को
लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव 27 अप्रैल को करेंगे। पत्रकारवार्ता में एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे,प्रदेश प्रवक्ता रोहन जैन,कांग्रेस नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, पूर्व नगर अध्यक्ष अजय सैनी, जिला अध्यक्ष कांग्रेस विचार विभाग भूपेश थापक,जिला समन्वयक आफरीद खान, नगर अध्यक्ष सत्यम तिवारी, मानस वर्मा, गुलाम मुस्तफा, राकेश रघुवंशी, रहीश खान आदि विशेष रूप से मौजूद रहे। एनएसयूआई द्वारा छात्र हित में मुख्य मांगे जो रखी गई है उनमें नर्मदापुरम् जिले में मेडिकल कालेज खुलना चाहिए, जबकि पड़ोसी जिला सीहोर में मेडिकल कॉलेज की परमिशन मिल गईं है। जिले में इंजीनियनिंग कालेज भी खुलना चाहिए। शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में बंद किये गये बीएड कोर्स को पुनः प्रारंभ करना चाहिए। छात्रो की रूकी हुई छात्रवृत्ति तत्काल प्रदान की जायेगा। क्योंकि कई छात्र सिर्फ छात्रवृत्ति से ही अपने पढ़ाई पूरी करते हैं और अपने भविष्य का निर्माण करते हैं। शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में शासकीय संपत्ति को प्रदर्शन के दौरान नुकसान पहुंचाने वालों पर एफआईआर दर्ज की जायेगा एवं अब तक उनको बचाने वाले प्राचार्य ओएन चौबे को तत्काल हटा कर उनके पूरे कार्यकाल में किये गये कार्यों की जांच की जाए। शासकीय नर्मदा महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के बनने से लेकर अब तक के कार्यकाल की उच्च स्तरीय जांच की जाये। जिले में अपडाउप करने वाले प्रोफेसरो पर कार्यवाही करने की जाय। शासकीय जिला चिकित्सालय में पर्याप्त डॉ. व स्टाफ की व्यवस्था की जाये । जर्जर पडे खेल मैदानो का रख रखाव किया जाये । रोजगार के अवसर बढाये जाये, हमारे जिले में अभी कोई भी फैक्ट्री नहीं खुली है जिससे जिले के युवाओं को रोजगार मिल सके एवं जिले मे पर्यटन के अवसर बढाये जाये । कलेक्ट्रेट घेराव में जिले के एनएसयूआई के छात्र उपस्थित रहेंगे। पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता रोहन जैन ने बताया कि शासकीय महाविद्यालय में शासकीय संपत्ति नुकसान करने वाले छात्रों को प्राचार्य द्वारा बचाया जा रहा है। संपत्ति तोड़े जाने के मामले में उनके द्वारा कुछ राशि जमा कराई गई है। उनके द्वारा आरटीआई में जानकारी नहीं दी जा रही है। जबसे महाविद्यालय में जनभागीदारी बनी हुई है, तब से ही प्रोफेसर सीताराम हरने उसके प्रभारी बने हुए हैं। जनभागीदारी समिति की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी हमारे द्वारा की गई है। प्रभारी प्राचार्य के भरोसे वर्षों से महाविद्यालय संचालित हो रहा है।