सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम । जिला अधिवक्ता संघ नर्मदापुरम के सचिव मनोज कुमार जराठे ने बताया कि जिला अधिवक्ता संघ के सदस्य अनिल गौर सहित साथीगण को गाली गलौज व झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी दिए जाने के मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा है । इस अवसर पर अधिवक्ता संघ अध्यक्ष केके थापक के नेतृत्व में अधिवक्ता संघ सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा है। अधिवक्ता संघ के सदस्य अनिल गौर के साथ 8 फरवरी को न्यायालय श्रीमान तहसीलदार के समक्ष अखिलेश् बरखने, भावना बरखने और मानेती बरखने के प्रकरणों में उपस्थित हुए थे। फर्जी दस्तावेजो को लेकर,यहां पर अधिवक्ता द्वारा अपने पक्षकार को समझाएं देने के दौरान अधिवक्ता अनिल गौर के साथ अभद्रता की गई और अपराधिक प्रकरण में फंसाने की धमकी दी गई। इसी प्रकार जिला अधिवक्ता संघ के सदस्य संजेश सिंह राजपूत निवासी इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के अवयस्क पुत्र छत्रपाल सिंह राजपूत को कोचीन से छुट्टी होने पर आर्शिल खान द्वारा सर्किट हाउस घाट पर बुलाया गया। जहां पर आर्शिल खान के साथ नमन ठाकुर,चेतन सोलंकी,रितेश राजपूत, सहित आठ 10 लड़कों ने मारपीट कर धमकी दी। इस दौरान वहां लोग उपस्थित लोगों ने बीच-बचाव कर छत्रपाल सिंह राजपूत को बचाया।वर्तमान में छत्रपाल सिंह राजपूत नर्मदा अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका सीटी स्कैन हुआ है और सिर में क्लॉटिंग बताई गई है। इस घटना में पुलिस परिवार के बच्चे भी शामिल हैं। उनके परिजनों द्वारा धमकी भी दी जा रही है कि आप अपनी रिपोर्ट वापस ले लो। इन दोनों ही मामलों को लेकर जिला अधिवक्ता संघ नदापुरम द्वारा पुलिस अधीक्षक से वैधानिक कार्यवाही सहित अधिवक्ता परिवार को झूठे केस में फंसाने और प्रताड़ित किए जाने वाले मामले की निष्पक्ष जांच और वैधानिक कार्यवाही की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने के दौरान अधिवक्ता संघ के सह सचिव ठाकुर सुरेंद्र सिंह राजपूत, ग्रंथपाल श्रीप्रकाश दुबे, कार्यकारिणी सदस्य बृजेंद्र सिंह राजपूत, सुरेंद्र सिंह राजपूत, राजेंद्र मिश्रा, अनिल गौर, संजय सिंह राजपूत ,माधव हरने,भूपेंद्र वर्मा, राजेंद्र मिश्रा, संजीव बग्गन, प्रशांत पालीवाल, भूपेंद्र वर्मा, प्रमोद रावत, कैलाश राजपूत, अभिषेक दीक्षित सहित अन्य अधिवक्तागण मौजूद रहे।