जबलपुर जिले की सीमा से लगे हुये सिहोरा तहसील अन्तर्गत आने वाली कृषि उपज मंडी पहरेवा सिहोरा में विगत कई दिनो से चल रही सिघाड़ा गोटि की खरीदी से किसान परेशान होते हैं वही कुछ बीच के बिचौलियों की वजह से गरीब पीड़ित किसान बेबस व नर्मश हो कर वापिस घर लौट रहें हैं । ताजा मामला सामने आया- सिहोरा कृषि उपज मंडी पहरेवा में मंगलवार को देर शाम जेसे ही सिघाडा गोटि की खरीदी चालू हुई और इलेक्ट्रॉनिक काटे में तौल करना शुरू किया गया । चर्चाओं का दौर शुरू हो गया ।
क्या था मामला- सिहोरा कृषि उपज मंडी पहरेवा में मंगलवार की शाम आफिस बन्द होने के बाद भी खरीदी चलती रही । इतना ही नहीं यहाँ पर ओपन बने प्रांगण में बिना सी सी टी वी केमरे की सुरक्षा के की जा रही थी । और हर किसान से दो किलों लगभग सिघाड़ा की गोटि मुदत्त के रुम में निकाल जा रही है ।
सिघाडा गोटि की इलेक्ट्रानिक काटे में तौल- कृषि उपज मंडी में चल रही ओपन प्रांगण में उपस्थिति किसानों ने मीडिया को बताया कि सिघाडा गोटि की एक बोरी भर्ती में 80 किलो से लेकर 81किलों 200 ग्राम तक की जा रही है । और मंगलवार को खरीदी 6500 सौ से लेकर अधिक कीमत में की जा रही है ।
पीड़ित किसान- कृषि उपज मंडी में पानउमरिया क्षेत्र के ग्राम हल्दी निवासी महिमा केवट के एक कुंटल बोरी से आधी बोरी सिघाडा गायब हो गया और किसी ने नही देखा जबकी सिघाडा गोटि प्रांगण प्रभारी रितुराज तिवारी एवं मंडी कर्मचारियो की उपस्तिथि में की जा रही है ।फिर भी सिघाडा गोटि बोरी से गोल हो गई । अब सवाल उठता है कि सिघाडा पल्लेदार के अलवा और कोई भी चोरी कर ही नहीं सकता । इस मुदत्त को लेकर जाँच करने की मांग कई बार उच्च स्तरीय अधिकारियो को दी गई । लेकिन मुद्दत एक मुद्दा बनी गई और किसान पीड़ित लाचार हो कर घर को लौट आता ।
दूर दूर गाव से लेकर अन्य जिले के किसान आये सिघाडा गोटि बेचने- सिहोरा कृषि उपज मंडी पहरेवा में जब देर शाम अचानक मीडिया पहुची तो मंडी कर्मचारियों में हणकंप सा मच गया और पुन: सिघाडा की गोटि का इलेक्ट्रॉनिक काटे में तौल करने लगे । इससे ये प्रमाणित हो रहा हैं कि किसानों के साथ छलकपट और गरीब किसान की मेहनत का अधिकार का खुले आम लूटा जा रहा है और देखने वाला कोई नहीं ।
रीवा जिला निवासी किसान कृष्णान्द केवट सिहोरा उपज मंडी पहरेवा में 2 कुंटल सिघाडा की गोटि बेचने आया था लेकिन शाम 5 बजे के बाद उसकी खरीदी नहीं की गई ।और शाम 6 बजे से लेकर 7 बजे तक काटे में तौल की जा रही थी ।
सिहोरा अनुविभगीय अधिकारी आशीष पान्डे को लेकर जब इस समस्या को लेकर मोबाइल फोन पर बात करनी चाहि तो उनका फोन बन्द था ।
कुछ लोगों ने बताया कि सुबह से देर शाम तक बड़े बड़े व्यापारियों का यहाँ डेरा जमा रहता है ।