कलेक्टर अनुराग वर्मा ने शनिवार को केन्द्रीय जेल सतना में आयोजित स्व-रोजगार प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि जेल में रहते हुये शासन द्वारा कराये जा रहे कौशल विकास और रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों से प्रशिक्षित होकर स्वयं को हुनरमंद बनायें। कलेक्टर श्री वर्मा ने बंदियों से कहा कि जेल से रिहा होने के उपरांत यहां से सीखे हुये कामों से स्व-रोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर एक सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करें। इस अवसर पर कलेक्टर श्री वर्मा ने इंडियन बैंक ग्रामीण स्व-रोजगार प्रशिक्षण संस्थान से 10 दिवस का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिला बंदियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। साथ ही बंदियों को चश्में का वितरण भी किया। कार्यक्रम में डायरेक्टर सद्गुरु सेवा संघ डॉ वीके जैन, जेल अधीक्षक लीना कोष्टा, आरसेटी निदेशक सर्वजीत पालित, सुखेंद्र प्रसाद, सहायक प्रबंधक अनिरुद्ध सिंह, मास्टर ट्रेनर फहमिदा बेगम, जेल उप अधीक्षक श्रीकांत त्रिपाठी, सोनबीर सिंह उपस्थित रहे।
कल्याण अधिकारी जेल अनिरुद्ध तिवारी ने बताया कि इंडियन बैंक ग्रामीण स्व-रोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) द्वारा 11 जनवरी से 21 जनवरी तक महिला बंदियों के लिये पेपर कवर, एनवलप, बैग, फाइल मेकिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय जेल सतना में किया गया तथा सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट जानकीकुंड चित्रकूट द्वारा नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित कर 411 बंदियों का नेत्र परीक्षण भी किया गया