रिपोर्टर शैलेष पाठक
कटनी।माधव नगर में पुनर्वास की भूमि के पट्टो को लेकर कई विसंगतियां प्रकाश में आती रही हैं उसी परिपेक्ष में एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें न्यायालय कलेक्टर के द्वारा निरस्त किए गए पट्टे के कीमती भूखंड पर बिना अनुमति अवैध निर्माण कर करोड़ो का व्यवसाय किया जा रहा है।प्लाई के इस कारोबार में जीएसटी चोरी के साथ राज्य शासन के राजस्व को भी हानि पहुंचाई जा रही है ।
शासन – प्रसासन को अन्य योजनाओं क्रियान्वयन हेतु भूखंड की आवश्यकता है ।
उल्लेखनीय है कि
माधवनगर में आँगन वाड़ी केंद्र ,नगर निगम उप नगरीय कार्यालयो स्वास्थ्य केंद्रों व अन्य प्रयोजनों हेतु भवन व भूखंड की तलाश है ।
दस्तावेजो से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम माधव नगर कटनी में स्थित भूमि पुनर्वास भूमि की सीट क्रमांक 8 के प्लाट क्रमांक 308 एवम 309 में न्यायालय अपर कलेक्टर जिला कटनी द्वारा राजस्व प्रकरण क्रमांक 35/ बी 121/ 14-15 के माध्यम से दिनांक 9:10 2015 उभय पक्ष को सुनकर पट्टो को निरस्त करने का आदेश पारित किया था ।
उक्त आदेश में नजूल तहसीलदार पुनर्वास को आदेशित किया गया था को उक्त भूखंड व भवन को आधिपत्य में लेने की कार्यवाही की जावे। किंतु नजूल पुनर्वास तहसीलदार द्वारा उक्त आदेश का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया जिस पर पुनः अपर कलेक्टर द्वारा पत्र क्रमांक 53/8 रीडर अपर कलेक्टर/ नजूल /2017 दिनांक 25.5.17 को नजूल पुनर्वास तहसीलदार को पत्र जारी कर पुनः आदेशित किया की दिनांक 9.10.17 को किये गए आदेशानुसार निरस्त किये प्लॉट क्रमांक 308,309 का मूल प्रकरण को अपने न्यायालयीन रिकार्ड में दुरुस्त करते हुए कब्जा प्राप्त करने की कार्यवाही करें। लेकिन नजूल तहसीलदार पुनर्वास के द्वारा बीते पांच सालों कब्जेधारी को संरक्षण प्रदान करते हुए आज तक कोई कार्यवाही की गई। जबकि इस बेशकीमती भूखंड भवन पर अवैध कब्जेदार द्वारा करोड़ो के प्लाई का गोदामऔर दुकान धड़ल्ले से संचालित हो रही है।
मौके पर काविज अवैध कब्जेदार के द्वारा कहा गया कि हमारी तहसीलदार से बात हो गई है ।
ऐसा प्रतीत होता है कि सम्बंधित कब्जेधारी को राजस्व अमले का सम्पूर्ण संरक्षण प्राप्त है।