कटनी जिले के रीठी में कुछ ऐसे विभाग हैं जहां एक ही जगह में 15 से 20 वर्षों से कर्मचारी व बाबू अपनी जड़े मजबूत किए हुए बैठे हैं ।
आलम यह है कि यह कर्मचारी और बाबू की ऊपर तक पहुंच होने की धोस जमाये हुए है और उनके अधिकारी भी इनके इसरो पर नाचते है,। ऐसे में खुद को यह अधिकारी समझकर अच्छी खासी दौलत बटोरने में लगे हुए हैं । शासन द्वारा जारी आदेश 26 जून 2024 को सुबह 10:00 बजे उपस्थिती देने के बावजूद भी ये साहब का अपनी मर्जी अनुसार कार्यालय में पहुंचना, यह बात को दर्शाता है कि इन्हें किसी का भी डर नहीं है । रीठी समुदाय स्वास्थ्य केंद्र में कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं,जो 15/20 वर्षो से अपनी जड़े मजबूत किए हुए बैठे हैं। आलम यह है कि राजनीतिक गलियारे में अपनी पकड़ मजबूत बताते हुए यह खुद को ही बीएमओ समझते हैं इन्हें किसी बात का कोई डर भय नहीं है । तभी तो 15 से 20 वर्ष गुजर जाने के बावजूद भी इनका तबादला अभी तक नहीं हो सका है ।
जिसके कारण से मनचाहा बिल लगाकर शासन की राशि का दुरुपयोग कर दोनो हाथो से दौलत बटोरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे । किसी काम को लेकर ग्रामीण गरीबों को यह हफ्तों से महीनो तक भटकने में इन्हे जरा सी भी दया नही आती हैं। इसी स्थित मैं आम नागरिकों की सुविधा को देखते हुए ऐसे अंगद की तरह पैर जमाए हुए कर्मचारी का तबादला होना अति आवश्यक जनहित मैं हो गया है। जबकि शासन द्वारा 1 मई से 30 में तक तबादला से बैन हटा दिया गया है ।
हरिशंकर बेन,,