महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सिक्सटीन डेज ऑफ एक्टिविज्म के दौरान बाल विवाह मुक्त भारत अभियान आरंभ किया गया है।
बाल विवाह मुक्त अभियान बाल विवाह समाप्त करने और देश भर में युवा लड़कियों के सशक्तिकरण हेतु सरकार के प्रयासों का प्रमाण है। प्रति वर्ष कुछ विशेष तिथियों में बड़ी संख्या में सामूहिक विवाह होते हैं। इन तिथियों में एक अक्षय तृतीया अथवा आखातीज भी है, जो इस वर्ष 30 अप्रैल को है। इस अवसर पर सामूहिक विवाह सम्पन्न होते हैं, जिसमें बाल विवाह होने की संभावना होती है। इस संबंध में शासन द्वारा विभिन्न स्तरों पर तैयारियों के साथ-साथ जन जागरूकता हेतु सभी स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में बाल विकास परियोजना कटनी शहरी के सेक्टर 05 के आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 176 में केन्द्र के हितग्राहियों के उपस्थिति में किशोरी बालिकाओं द्वारा मेंहदी लगा और रंगोली के माध्यम से बाल विवाह रोकथाम का संदेश दिया गया।जिसमें सेक्टर की पर्यवेक्षक श्रुति मिश्रा व कार्यकर्ता आरती निषाद, सहायिका श्रीमती ज्योति निषाद उपस्थित रहीं।