रिपोर्टर धीरज जैन
लंबे समय से सिलौड़ी क्षेत्र में पशु तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं, जिससे पशुपालक अत्यधिक परेशान थे। कई बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद तस्कर पुलिस की पकड़ से बच निकलते थे, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश था। आखिरकार, पशुपालकों ने खुद निगरानी करने का निर्णय लिया और बीती रात दो तस्करों को बिहारी चंपुरिया और कमलेश जैन की भैंस को वाहन में लोड करते रंगे हाथों पकड़ लिया।
रात में गश्त के दौरान धर्मेंद्र और आयुष को एक वाहन में भैंस लोड करते हुए देखा। संदेह होने पर उन्होंने घेराबंदी कर तस्करों को रोक लिया और तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पशुपालकों ने पुलिस को ज्ञापन देकर तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग की है । सिलौंडी,अतरसूमा , अम्हेटा, संग्रामपुर,झिरमिला ,गोपालपुर ,सांगवा ,लालपुर के पशुपालकों ने सिलौंडी में सख्त कार्रवाई की मांग की है ।
इस घटना के बाद क्षेत्र के पशुपालकों ने राहत की सांस ली है। पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। साथ ही, अन्य संदिग्ध तस्करों की तलाश भी जारी है।
पशुपालकों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं लंबे समय से हो रही थीं, लेकिन प्रशासन की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण तस्करों के हौसले बुलंद थे। अब, इस गिरफ्तारी के बाद लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन पशु तस्करी पर सख्त कदम उठाएगा।
क्षेत्र के पशुपालकों और ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि पशु तस्करी को रोकने के लिए निगरानी व्यवस्था को और मजबूत किया जाए। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन और स्थानीय निवासियों के बीच बेहतर तालमेल बना रहे तो इस प्रकार के अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है।
फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इनका कोई बड़ा गिरोह तो सक्रिय नहीं है। चौकी प्रभारी विष्णु शंकर जायसवाल ने आश्वासन दिया है कि पशु तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।