भारत विकास परिषद कटनी शाखा ने वर्ष 2004-05 में एम्बुलेंस का स्थायी प्रकल्प अपने हाथों में लिया था,तब राकेश अग्रवाल के प्रयास से *महर्षि वाल्मीक प्रतिष्ठानम* ने एक टाटा विंगर एम्बुलेंस शाखा को दी थी,बाद में केलड्रीस इंडिया रिफ्रैक्टिरी लिमिटेड कटनी से एक नई फोर्ड एम्बुलेंस स्व. डॉ. संजय निगम ने दिलवाई l
ये दोनों एम्बुलेंस हमारे जांबाज साथी किस्सू पुरवार ने अपने जीवन के अंतिम समय तक मरीज हितार्थ चलाई।
किस्सू भाई एक ईमानदार,निर्भीक,जीवट व्यक्तिव के धनी थे।वे अपनी एम्बुलेंस लेकर पूरे देश के लगभग हर प्रांत में गए।नागपुर और प्रयागराज तो सेंकड़ों बार गए।हमेशा हर वक़्त मरीज़ को लेकर जाना उनका नियमित कार्य था,उन्होंने कभी अपने कार्य से जी नहीं चुराया। कोविड के समय जब कोई अपनी सेवाएं देने तैयार नहीं था तब भी उन्होंने बिना अतिरिक्त शुल्क के मरीजों को चिरायु हॉस्पिटल भोपाल पहुंचाया।
वे मरीज़ को नागपुर छोडकर लौट रहे थे पर प्रभु को कुछ और मंजूर था।जिंदगी की जंग एक शेर दिल इंसान हार गया,हजारों लोगों की जिंदगी बचाने उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाने वाला नेक दिल इंसान अब नहीं रहा।रास्ते में वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुआ और कभी ना थकने वाला इंसान हमेशा के लिये शांत हो गया।
उन्होंने अपनी एक सेवाभावी छवि से कटनी शहर में सबको अपनी और आकर्षित किया उनका जाना सभी को दुःख दे गया।आज वे पंचतत्वों में विलीन हो गए।
प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे।