रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। मुख्यालय की वीआईपी कहीं जाने वाली सड़क बुधवार रात्रि एयरटेल कंपनी द्वारा कलेक्ट्रेट रोड सर्किट हाउस चौराहे अग्निहोत्री गार्डन के सामने अमृत योजना की मेन पाइपलाइन को देर रात्रि ड्रिल करने के दौरान आरपार होल करने से पूरे क्षेत्र में जल भराव कर हड़कंप मचा दिया। इस दौरान अग्निहोत्री गार्डन में चल रहे वैवाहिक कार्यक्रम में जल भराव होने से वहां भी अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया। आसपास के क्षेत्र में देर रात्रि जल भराव की स्थिति निर्मित होने से वहां पर हड़कंप मच गया। उस दौरान VIP रोड भी उखड़कर डैमेज हो गया और पानी का फव्वारा जमीन के नीचे से निकल पड़ा,,घटना के बाद से रात्रि में ही एयरटेल कंपनी के ठेकेदार मशीन लेकर गायब हो गए जो कि बिना अनुमति खुदाई कर रहे थे ? सवाल क्या इस प्रकार का काम रात अंधेरे में किया जा सकता है?? अमृत योजना की नर्मदा जल की मेन पाइपलाइन
फूटने से सर्किट हाउस चौराहा काफी डैमेज हो गया है और पीली मिट्टी सड़क पर बह कर आने के बाद से दिन में बड़ी संख्या में दो पहिया वाहन चालक, महिलाएं, स्कूली बच्चे बच्चिया भी वाहन से फिसल कर गिरे हैं । आश्चर्य का विषय है कि अभी तक कोई वैधानिक कार्यवाही सामने नहीं आ पा रही है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा अपने जल शाखा के एक अदना कर्मचारी के माध्यम से विधायक प्रतिनिधि सहित पार्षदों के साथ सिटी कोतवाली में F I R के लिए आवेदन दिया गया है। इस बात की भी जांच होना चाहिए कि नगर पालिका के किस सब इंजीनियर द्वारा उक्त कंपनी को परमिशन हेतु पत्र लिखा गया है और किन तकनीकी विषयों के आधार पर उनके आवेदन पर सहमति दी है? अथवा नहीं दी गई तो फिर कैसे देर रात्रि एयरटेल कंपनी के कर्मचारियों द्वारा दबंगई से बिना अनुमति अंधेरे में सड़क में ड्रिल मशीन का उपयोग किया जा रहा था? इसकी भी जांच होना चाहिए। आने वाले दिनों में गणतंत्र दिवस और नर्मदा जयंती महोत्सव कार्यक्रम को लेकर शहर की मुख्य सड़क को इस तरीके से डैमेज करना बिना अनुमति के, बड़े सवाल खड़े कर रहा है। अवगत हो कि शहर में पिछले एक साल से सीवरेज कंपनी द्वारा मनमाने तरीके से खुदाई कर जगह-जगह नगर पालिका की पेयजल की पाइपलाइनो को क्षतिग्रस्त कर रही है और अब एयरटेल कंपनी द्वारा मनमानी तरीके से बिना अनुमति के ऑप्टिकल फाइबर केबल डालने के लिए जमीन के अंदर ड्रिल कर अमृत योजना की मेंन पाइपलाइन डैमेज कर नगर पालिका को भारी नुकसान पहुंचाया गया है, जिसमें शहर की आम जनता भी परेशान हो रही है। और पेयजल की समस्या से खासी परेशान होना पड़ा है। यह भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि नगर पालिका के जवाबदार सब इंजीनियर FIR दर्ज करने क्यों नहीं गए? आखिर किसके दबाव में यह हुआ और एक अदना कर्मचारी को FIR के लिए थाने भेजा गया और उसे अधिकृत किया गया ? इसकी भी जांच होनी चाहिए ? क्या सब इंजीनियर सिर्फ VIP सुविधा लेकर कार्यालय में बैठकर खाना पूर्ति कर रहे है? इस पर भी अब सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि शहर की जनता परेशान हो रही है, इस घटना को लेकर नगर पालिका की सब इंजीनियर आयुषी रिछारिया ने बताया कि भारती एयरटेल कंपनी लिमिटेड इंदौर को 4 लाख 93 हजार का हर्जाना जमा करने हेतु निर्देशित किया गया है। साथ ही FIR के लिए भी सिटी कोतवाली में आवेदन दिया गया है। कंपनी को नगर पालिका से खुदाई की कोई परमिशन नहीं दी गई है। सड़क पीडब्ल्यूडी विभाग के अधीन होने से संज्ञान लेते हुए कंपनी से नुकसान की भरपाई कराई जानी चाहिए? साथ ही सड़क पर बिना अनुमति जमीन के अंदर ड्रिल करने वाली मशीन जपती सहित रात्रि ऑपरेटिंग स्टाफ पर भी कारवाही होनी चाहिए। विधायक प्रतिनिधि महेंद्र यादव ने बताया कि बिना अनुमति खुदाई हो रही थी अत्यंत गलत है। कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। शहर के नागरिक काफी परेशान हुए हैं, हमारी पेयजल व्यवस्था ठप्प हुई है। नगर पालिका द्वारा सुधार कार्य कराया जा रहा है। पार्षद राजेंद्र उपाध्याय ने बताया कि बिना अनुमति इस प्रकार का कार्य होना बड़े गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। विधायक प्रतिनिधि सहित पार्षदों ने FIR के लिए सिटी कोतवाली में आवेदन दिया है, मशीन की जपती होना चाहिए और उन पर जुर्माना सहित नुकसान की भरपाई कराई जानी चाहिए। सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत ने बताया कि वह उच्च न्यायालय जबलपुर आए हुए है। यह घटना बहुत ही गंभीर है संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्यवाही के लिए सीएमओ को निर्देशित किया जाएगा और उनसे नुकसानी हर्जाना भी वसूला जाएगा। फिलहाल पूरा मामला गर्माया हुआ है??