अनोखी है,कलाकृतियों से बनी राखियां
उमरिया सहित पूरे प्रदेश में बैगा चित्रकारी को लेकर उमरिया जिले की पहचान है। उमरिया जिले की बैगा चित्रकारी में जोधइया अम्मा को पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। लोढ़ा गांव की महिलाएं बैगा कलाकृतियां से राखीयो को तैयार करती है। रुमालों को भी कलाकृतियों से सजा कर गांव और उमरिया सहित आसपास के क्षेत्र में बेचती हैं। बैगा चित्रकार वाली राखीयों की मांग भी बाजार में है। अनोखी होने के कारण लोगों की पसंद भी बनी हुई है।
–मोती,जरी और कैनवास का उपयोग
स्व सहायता समूह की महिला स्मिता रैदास और संति कुशवाहा ने बताया कि राखी बनाने के लिए राखीयो में बैगा कलाकृतियों को बनाया जाता है। उनको मोती बूंदा जरी लगाकर सजाया जाता है।राखी और रुमाल में बैगा चित्रकारी में बाघ,हिरण और बैगा कलाकृतियो को बनाया जाता है।उमरिया सहित आसपास के क्षेत्र में राखींयो का विक्रय किया जाता है। रुमाल में हिरण और बैगा चित्रकारी के कैनवास को उतारा जाता है। महिलाओं ने बताया कि यह काम उन्हें अच्छा लगता है। पसंद भी है। राखीयो,रुमालों के विक्रय से आय भी हो जाती है।