संयुक्त राष्ट्र ने घोषित किया आदिवासी दिवस।मानव जीवन विकास समिति के सचिव निर्भय सिंह के नेतृत्व में विश्व आदिवासी दिवस पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सगौना गांव के आसपास से सैकड़ों की तादात में भारी संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिली है।आदिवासी समुदायों को अपनी संस्कृति, इतिहास और विरासत को बचाने के लिए आज भी संघर्ष करना पड़ रहा है।समुदायों के संघर्षों का सम्मान करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस घोषित किया है। यह बात सगौना से जहान सिंह ने रखी। 2011 जनगणना के अनुसार भारत में आदिवासी भारत की जनसंख्या का 8.6% हैं। भारत में 461 जनजातियां हैं, जिसमें से 424 जनजातियों भारत के सात क्षेत्रों में बंटी हुई हैं यह बात हर्रई से मकरंद सिंह ने रखी। स्वदेशी लोगों की जनसंख्या का अनुमान 250 मिलियन से 600 मिलियन तक है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि दुनिया भर के 90 से अधिक देशों में 370 मिलियन से अधिक स्वदेशी लोग रहते हैं। यह विश्व की कुल जनसंख्या के 6% से भी कम के बराबर होगा। इसमें कम से कम 5,000 विशिष्ट लोग शामिल हैं। आदिवासी आबादी दुनिया भर के क्षेत्रों में वितरित है। ये विचार मानव जीवन विकास समिति द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रपाल कुशवाहा ने व्यक्त किए।
आदिवासियों के हित से जुड़े कानून, आदिवासियों की वर्तमान स्थिति पर जमीनी अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि आदिवासी समुदायों को अपनी सामाजिक एवं सांस्कृतिक विरासत को बचाये रखने के साथ-साथ जीविकोपार्जन के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है यह बात जयस ब्लॉक अध्यक्ष रतन रावते ने रखी।
आदिवासी कलाकार निवासी वीरान ग्राम पतौरी करौंदी की टीम मोहन बरकड़े एवं अन्य साथियों ने आदिवासी संस्कृति से जुड़े गीतों को प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में मानव जीवन विकास समिति के जिला समन्वयक चंद्रपाल कुशवाहा, ब्लॉक समन्वयक अनिल कर्मा, कार्यकर्त्ता अशोक सिंह ओंकार सिंह, धुर्वेंद्र सिंह, राजेश तिवारी, गोपाल सिंह, ओम प्रकाश शुक्ला, अदिति वैष्णव, भारती सिंह, उत्तम सिंह आदि संस्था के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। ग्राम पंचायत सरपंच सरस्वती चंद्रभान यादव, जनपद सदस्य सुषमा छत्रपाल सिंह मरावी, सरपंच दादरसिहुडी द्रोपती बाई निरंजन सिंह , सगोना से जहान सिंह, हर्रई से मकरंद सिंह, कोठी से नवल सिंह, जयस ब्लॉक अध्यक्ष रतन रावते, कटरा से हरभजन सिंह, कुंजी सिंह मरावी, पुरुषोत्तम सिंह, नरेश सिंह मार्को, जैन सिंह एवं समस्त ग्रामवासियों की उपस्थिति रही।