कटनी। सायना इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज कटनी द्वारा आज खाद्य पदार्थों में मिलावट से होने वाले नुकसान व बीमारियों से बचाव हेतु जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस जागरूकता प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा सभी छात्र/छात्राओं को इस मिलावट से जागरूक होंकर बचने हेतु अपना महत्वपूर्ण उद्बोधन दिया गया। इसके पश्चात आज की कार्यशाला में मुख्य वक्ता व प्रशिक्षक कटनी शहर के समाजसेवी व परामर्शदाता श्री रामानुज पांडेय उपस्थित हुए।जिन्होंने खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट व मिलावट से होने वाले नुकसान की जानकारी के साथ उनसे बचने व जागरूक होने के लिए आज के सत्र में सभी छात्र/छात्राओं को प्रशिक्षण दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि सामान्यतः बाजार में उपलब्ध खाद्य पदार्थों में मिलावट का संशय बना रहता है। दालें, अनाज, दूध, मसाले, घी से लेकर सब्जी व फल तक कोई भी खाद्य पदार्थ मिलावट से अछूता नहीं है। आज मिलावट का सबसे अधिक कुप्रभाव हमारी रोजमर्रा के जीवन में प्रयोग होने वाली जरूरत की वस्तुओं पर ही पड़ रहा है। शरीर के पोषण के लिए हमें खाद्य पदार्थों की प्रतिदिन आवश्यकता होती है। शरीर को स्वस्थ रखने हेतु प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन तथा खनिज लवण आदि की पर्याप्त मात्रा को आहार में शामिल करना आवश्यक है तथा ये सभी पोषक तत्व संतुलित आहार से ही प्राप्त किये जा सकते हैं। यह तभी संभव है, जब बाजार में मिलने वाली खाद्य सामग्री, दालें, अनाज, दुग्ध उत्पाद, मसाले, तेल इत्यादि मिलावटरहित हों। खाद्य अपमिश्रण से उत्पाद की गुणवत्ता काफी कम हो जाती है। खाद्य पदार्थों में सस्ते रंजक इत्यादि की। मिलावट करने से उत्पाद तो आकर्षक दिखने लगता है, परंतु पोषकता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिससे ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। आज की इस कार्यशाला में महाविद्यालय के समस्त स्टाफ के साथ महाविद्यालय के 42 छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे एवं 12 छात्र/छात्राओं ने सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में श्री शरद यादव के द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।*