इटवां गाड़ा के किसान ने शुरू की परंपरागत के साथ साथ आधुनिक खेती,निजी जमीन के साथ अब सिकवी की जमीन लेकर कर रहे खेती, दूसरे किसान भी ले रहे सीख
उमरियापान:- पारंपरिक खेती के साथ साथ किसान भाई अब आधुनिक खेती में हाथ आजमा रहे हैं।उमरियापान के समीप गाड़ा इटवां में रहने वाले दुलीचन्द पटेल भी इन्हीं किसानों में से एक हैं।वह पिछले 20 सालों से पारंपरिक खेती के साथ आधुनिक तरीके से धनिया की खेती कर रहे हैं। इससे वह कम लागत में ज्यादा कमाई कर चुके हैं।
किसान दुलीचंद ने बताया कि पारंपरिक खेती से यहां के किसानों को मनचाही कमाई नहीं हासिल हो पाती है।कई बार किसानों के लिए अपनी फसल की लागत निकालना मुश्किल हो जाता है।इसी के चलते उन्होंने आधुनिक तरीके से धनिया की खेती करने का फैसला लिया।इसके अलावा वे खेतों में टमाटर भी लगा लेते हैं।किसान ने बताया कि पहले वे अपनी निजी पांच एकड़ की जमीन पर पारंपरिक खेती करते हैं। खेतों में गेहूं, चना, धान, मसूर की बुआई करते थे।कई भी फसलों में नुकसान हुआ तो लागत भी निकलना मुश्किल हुई। पारंपरिक खेती करने के लिए पानी की समस्या के साथ-साथ फसलों पर आने वाली कई प्राकृतिक आपदाओं का सामना किसानों को करना पड़ता है। इसके बावजूद भी पारंपरिक खेती से उन्हें मनचाही कमाई नहीं मिल पाती है। कई बार तो लगाई हुई लागत भी निकालना मुश्किल हो जाता है।जिसके बाद किसान ने आधुनिक खेती की शुरुआत की। धनिया और टमाटर की खेती शुरू किया। कम लागत में अधिक मुनाफा होने लगा तो किसान ने बार गांव में दस एकड़ की जमीन सिकवी में लेकर खेती करना शुरू कर दिया। यहाँ पर किसान पारंपरिक खेती के साथ आधुनिक खेती करता है। गेंहू, चना,मसूर के साथ किसान ने धनिया की खेती की है। टमाटर के लिए भी जगह बचाई हैं। किसान यहाँ बीते 20 वर्षों से परंपरागत खेती के साथ ही आधुनिक युग की खेती शुरू किया है। किसान ने बताया कि जब से आधुनिक खेती किया तब से उसे नुकसान नहीं होता है। परमपरागत खेती में नुकसान हुआ तो इसकी भरपाई भी धनिया और टमाटर में हो जाती है। रेट मिलने पर किसान को और भी ज्यादा मुनाफा होता है।
ओषधीय गुण और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी:- किसान दुलीचंद पटेल ने बताया कि धनिया खाने को स्वादिष्ट बनाने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है। धनिए में कई ओषधीय गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है।धनिया में काफी मात्रा में प्रोटीन, वसा, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन, थियामीन, पोटोशियम और विटामिन सी पाया जाता है।यह हृदय रोगों से लेकर डायबिटीज के जोखिम को कम करने और पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखने में मददगार है।
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया धीमरखेडा कटनी