अभिजीत कुमार रंजन पुलिस अधीक्षक कटनी के निर्देशन व श्री मनोज केडिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्री के.पी. सिंह अनुविभागीय अधिकारी महोदय के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विजयराघवगढ़ अनूप सिंह ठाकुर की टीम को दुष्कर्म के 5 हजार रूपए का घोषित ईनामी आरोपी रंजीत सिंह को मंदसौर जिले पकड़ने में सफलता पाई है।
*घटना का विवरण*
दिनाक 14/10/2022 को फरियादी ने स्वयं की नाबालिक बच्ची को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा अपहरण किए जाने की रिर्पोट थाने में दर्ज कराई थी जिसे पुलिस ने धारा 363 भा द वि के तहत् मामला पंजीबद्ध कर तत्परता से विवेचना शुरू की और नाबालिक बच्ची को ढूंढ़ कर परिजनों सौंप दिया गया था तथा नाबालिक बच्ची से घटना क्रम के सम्बंध में पूछतांछ की गई जिसने बताया कि उसे अज्ञात व्यक्ति के द्वारा उसे पत्नी बनाकर रखा गया था और उसके मरने के बाद दूसरे व्यक्ति को बेच दिया गया था उक्त मामले के 03 आरोपियों को त्वरित गिरफ्तार कर धारा 363 इजाफा धारा 366(क), 376, 370, 376(डीए), 376(2)एन, 376(3), 354(क), 34 ता.हि.
3.45,6(जे) (आईआई) 5(जे), 11,12,16,17 पाक्सो एक्ट 3(1)(डब्लू-2), 3(2)व्ही. एससीएसटी एक्ट में जेल भेज दिया गया था। किन्तु मामले का अन्य आरोपी रंजीत उर्फ रणजीत सिंह पिता स्व. मोती सिंह सिसोदिया उम्र 28 वर्ष ग्राम सातलखेडी पुलिस थाना भानुपरा जिला मंदसौर का मौके से फरार हो गया था। फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पूर्व में कई बार प्रयास किये गये पर सफलता नहीं मिल पा रही थी। तब श्री अभिजीत रंजन पुलिस अधीक्षक कटनी ने द्वारा आरोपी को पकड़ने के लिए 5 हजार का ईनाम घोषित किया था इसी तारतम्य में विजयराघवगढ़ पुलिस ने पुनः लगातार प्रयास करते हुए अपने मुखबिर तंत्र को मजबूत किया और श्रीमान पुलिस अधीक्षक के अथक प्रयासों से मामले के फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए अनूप सिंह निरीक्षक थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम का गठन कर टीम को मन्दसौर भेजा गया था पुलिस टीम मन्दसौर जिले में पहुँचकर हर सम्भावित स्थानों में छापामारी की गई किन्तु सफ़लता नहीं मिल पा रही थी तब पुलिस अधीक्षक के टीम के सदस्यों ने तकनीकी एवम् स्थानीय मुखबिर तंत्र से सम्पर्क कर फरार आरोपी के ठिकाने पर पहुंचीं जो कि एक खेत में बने झोपड़ी में अपना छुपाव किए हुऐ रह रहा था। जिसे पकड़ने के लिए पुलिस पहुंचीं ही थी कि पुलिस को देखते ही वह रात के अंधेरे में भागने का प्रयास करने लगा जिसे पुलिस ने भारी मशक्कत से घेराबंदी कर पकड़ा है । पकड़े गए आरोपी रंजीत सिंह से घटना के बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसकी शादी नहीं हुई है जिस कारण उसने 2,00,000 रूपये में खरीद लिया था और उसके साथ शादी करना चाहता था । आरोपी रंजीत सिंह का मेडीकल परीक्षण उपरान्त माननीय न्यायालय विजयराघवगढ में पेश किया गया था जिसे न्यायिक अभिरक्षा में कटनी जेल भेज दिया गया है।
उक्त कार्यवाही में – अनूप सिंह ठाकुर निरीक्षक थाना प्रभारी विजयराघवगढ़, उप निरीक्षक योगेश मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक शशि भूषण सिंह, लालू यादव, प्रधान आरक्षक प्रशान्त विश्वकर्मा पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।