रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। श्रीरामलीला महोत्सव के अंतर्गत सेठानी घाट पर बने विशाल मंच से आज (12 अक्टूबर दिन गुरूवार) चतुर्थ दिवस नगर दर्शन की लीला का आकर्षक मंचन किया गया ,लीला में बताया गया कि मुनि विश्वामित्र के साथ श्रीराम लक्ष्मण जनकपुर पहुंचते हैं मुनि विश्वामित्र का जनकपुर आगमन विशेष कार्य हेतु हुआ है, राजा जनक की प्रतिज्ञा के अनुसार उनकी पुत्री जानकी का विवाह उसी राजा से होगा जो भगवान शंकर के धनुष पिनाक को भंग करेगा , जनकपुर में प्रातः काल उठकर श्रीराम जी और लक्ष्मणजी ने गुरु विश्वामित्र से आज्ञा लेकर नगर दर्शन और पुष्वाटिका देखने जाते हैं ,
जब श्री राम लक्ष्मण के साथ पुष्पवाटिका में फूल चुन रहे होते हैं उसीसमय जनकसुता जानकीजी वहां सखियों सहित गिरिजा पूजन के लिए आती हैं तब प्रभु श्रीराम जी ने लताओं की ओर से जानकीजी के दर्शन करते हैं जानकीजी गिरिजा पूजन विधि विधान से करती हैं और वे भी प्रभु श्रीराम के दर्शन करके लौट जाती हैं।आज की लीला में पात्र निर्देशक पंडित सुनील चौरे, संगीत निर्देशक पंडित राम प्रसाद, कला निर्देशक डॉ. नमन तिवारी, आनंद नामदेव ,आदित्य परसाई , यश गोस्वामी ,अनिकेत दुबे की भूमिका सराहनीय रही। तथा पात्र श्रंगार गुरुदत्त शर्मा , रामगोपाल दुबे , हेमंत मालवीय ,माधव दुबे का रहा । दिनांक 13 अक्टूबर शुक्रवार को धनुषयज्ञ की लीला का आकर्षक मंचन होगा ।