उमरियापान:- ई-पंचायत योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों को कंप्यूटर सिस्टम दिए गए थे। ढीमरखेड़ा जनपद पंचायत की पिपरिया शुक्ल में भी इसी योजना के तहत कंप्यूटर सिस्टम उपलब्ध कराया गया। वर्तमान में यह सिस्टम पंचायत भवान में नहीं हैं, बल्कि ये कंप्यूटर सिस्टम ग्राम रोजगार सहायक अजय कोरी अपने घर ले गया है। ऐसे में ई-पंचायत का लाभ आमजन को नहीं मिल पा रहा है। वहीं इस संबंध में ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी जिला और जनपद प्रशासन के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।ग्राम पंचायत को ई-पंचायत बनाने और यहां होने वाले काम को ऑनलाइन और पारदर्शी बनने की सोच से जिला पंचायत द्वारा लाखों रुपये की लागत से पंचायत को मॉनिटर, सीपीयू, इन्वर्टर, की-बोर्ड, माउस, यूएसबी डिवाइस,
बड़ी एलसीडी टीवी, इंटरनेट सेटअप सहित अन्य सामान दिया गया था, लेकिन उसके बाद भी पंचायत कार्य कंप्यूटर से नहीं हो रहा है। इससे ग्रामीणों को अपने काम के लिए परेशान होना पड़ रहा है।हालांकि एलसीडी सहित कुछ सामग्री पंचायत भवन में है। पंचायत के कम्प्यूटर से ग्राम रोजगार सहायक और उनके परिजन अपना निजी काम कर रहे हैं।ग्रामीणों की शिकायत के बाद जनपद सीईओ यजुर्वेन्द कोरी ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वाशन दिया है।
फार्म भरवाने महिलाएं परेशान:- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की घोषणा के बाद लाड़ली बहनों को कम दाम में घरेलू गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने के लिए ग्राम पंचायतों में फार्म भरवाए जा रहे हैं। योजना का लाभ पाने 5 अक्टूबर तक ही फार्म भरे जाएंगे। पिपरिया शुक्ल ग्राम पंचायत में महिलाएं गैस सिलेंडर का फार्म भरने पहुँची। ग्राम रोजगार सहायक अजय कोरी द्वारा कंप्यूटर की वजाय मोबाइल के माध्यम से फार्म भरे जा रहे हैं। गांव की गेंदा बाई और लौंग बाई का आरोप है कि जब वो अपना फार्म भरवाने पहुँची तो रोजगार सहायक ने उनका फार्म नहीं भरा। कमी निकाल कर उनको वहाँ वापस लौटा दिया गया। महिलाओं ने बताया कि वे 4-5 दिन से फार्म जमा करने के लिए परेशान हो रही है। महिलाओं ने यह भी बताया कि रोजगार सहायक अजय कोरी यह कहता है कि जिससे शिकायत करते हो उसी से काम करवाओ।
रिपोर्टर राजेन्द्र चौरसिया धीमरखेडा कटनी