स्वतंत्र वंशकार धानुक समाज जिला हरदा द्वारा बुधवार को मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन भोपाल के नाम रहटगांव तहसीलदार श्रवेता बम्होरे को जाति सूचक शब्द के उपयोग में ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में बताया गया कि प्रवचन कर्ता पंडित धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम छतरपुर के द्वारा कार्यक्रम स्थल सीकर राजस्थान मैं जाति सूचक शब्द का उपयोग किया गया एवं इन शब्दों की माध्यम से समस्त वंशकार धानुक
समाज दलित की भावनाओं को आहत पहुंची और समाज को अपमानित किया गया जो कि संविधान के नियम का सीधा उल्लंघन है। हम समस्त वंशकार धानुक समाज 35 लाख की संख्या में मध्य प्रदेश में निवासरत है आपसे निवेदन करते हैं कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री के इस कृत पर उनके खिलाफ एस सी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए एवं बंशकार धानुक समाज को न्याय दिलवाने की कृपा करें वंशकार धानुक समाज हिंदू धर्म में आस्था रखता है परंतु ऐसे कथाकथित बाबाओ के कारण जाति भेदभाव झेल रही है वंशकार धानुक समाज दलित को हिंदू धर्म को लेकर विचार करना पड़ेगा। ज्ञापन देने के दौरान मुख्य रूप से
विजय रामटेक, संजय कनक, राकेश कुरेले, गुड्डू बेंद्रे,अमित रामटेक, गोलू रामटेक, देवी रामटेक, संतोष रामटेक, नितेश रामटेक, मोंटी रामटेक, झिरीलाल कनक , कुंवर सिंह रामटेक, कमल सिंह रामटेक, फूलचंद खरे, ऋतिक रामटेक , ईलू रामटेक, आदि बंशकार समाज के लोग उपस्थित रहे।
टिमरनी से श्रीराम कुशवाहा की रिपोर्ट