छिंदवाड़ा. सामाजिक कार्यकर्ता भगवानदीन साहू ने नेतृत्व में बहुत से धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने जिला कलेक्टर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री , केंद्रीय विधि एव न्याय मंत्रालय और मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय जोधपुर के नाम ज्ञापन देकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आदेशों की अवेल्हना करने वालों पर कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन में बताया कि सन 2013 से जोधपुर जेल में बंद संत श्री आशाराम जी बापू की रिहाई के लिए देशभर की लाखों संभ्रांत परिवार की महिलाओं ने महामहिम राष्ट्रपति जी , प्रधानमंत्री जी , माननीय सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम ज्ञापन प्रेषित किये । जिसमें झूठे प्रकरण की सच्चाई को सबूतों के साथ अवगत कराया कि तथाकथित घटना के वक्त आरोप लगाने वाली लड़की बालिग थी । मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई । तथाकथित घटना के समय उक्त लड़की उसके पुरुष मित्र के साथ डेढ घण्टा मोबाइल में व्यस्त थी कि कॉल डिटेल । तथाकथित घटना के समय पूज्य बापूजी एक साधक के सगाई के कार्यक्रम में व्यस्त थे । ऐसे अनगिनत सबूत भी प्रेषित किये । इन आवेदनों को जो लाखों की संख्या में हैं, महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने नियमानुसार राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव को कार्यवाही हेतु अग्रेषित किया । मुख्य सचिव ने इन आवेदन पत्रों को जोधपुर पुलिस उपायुक्त ( पश्चिम ) को कार्यवाही हेतु प्रेषित किया । देश के कई जागरूक संस्कृति हितैषी लोगों ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत पुलिस उपायुक्त जोधपुर से जानकारी चाही गई तो जोधपुर पुलिस द्वारा राजस्थान सरकार के पत्र क्रमांक 20 (84) ए आर RTI । 2009 दिनांक 23। 5 । 2013 का हवाला देकर जानकारी देने से मना कर दिया । इन प्रार्थना पत्रों की संख्या लगभग 47 लाख है । मतलब 47 लाख बार राष्ट्रपति जी और प्रधानमंत्री जी आदेशित कर चुके हैं। 47 लाख महिलायें इस प्रकरण में अप्रत्यक्ष रूप से साक्ष्य हैं। देश का अंधा कानून इस पर कभी संज्ञान तक नहीं ले पाया। जिस देश में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आदेशों की लाखों बार अवेहलना होती हैं उस देश के आम नागरिकों की क्या दुर्दशा होती होगी। दिनांक 14। 8 । 2018 को केंद्रीय विधि ओर न्याय मंत्रालय ने पत्र क्रमांक 15012। 22। 2018 के माध्यम से जोधपुर उच्च न्यायालय को भी आदेशित किया था पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई । बापूजी का पूरा प्रकरण फर्जी है। इस केस को हेंडिल करने वालो वकीलों की स्थिति भी संदिग्ध प्रतीत होती है। कृपया आवश्यक कार्यवाही करने की माँग की ज्ञापन देते समय साध्वी रेखा बहन , साध्वी प्रतिमा बहन , आधुनिक चिंतक हरशूल रघुवंसी , शिक्षाविद विशाल चवुत्रे , राष्ट्रीय बजरंग दल के नितेश साहू , कुंबी समाज के युवा नेता अंकित ठाकरे , पवार समाज के प्रमुख हेमराज पटले , कलार समाज के सुजीत सूर्यवंशी , साहू समाज के ओमप्रकाश साहू , आई.टी. सेल प्रभारी भूपेश पहाड़े , युवा सेवा संघ के नितिन डोईफोड़े , अश्वनी पटेल , ओमप्रकाश डहेरिया ,नारी रक्षा मंच से दर्शना खट्टर , छाया सूर्यवंशी , शकुंतला कराडे , डॉ. मीरा पराडकर , कृष्णा राठौड़ , आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
*संवाददाता शुभम सहारे छिंदवाड़ा*