गर्भवती की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य होने के बाद भी जिला चिकित्सालय रेफर करने पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी
*दो स्टाफ नर्सों को कारण बताओ नोटिस जारी*
कटनी ( 09 अप्रैल )- कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा प्रसव के रेफरल मामलों और स्वास्थ्य व्यवस्था की नियमित निगरानी और समीक्षा का सिलसिला अनवरत जारी है। इसी क्रम में गर्भवती महिला की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य होने और गर्भवती हाईरिस्क श्रेणी में नहीं होने के बाद भी जानबूझकर जिला चिकित्सालय रेफर करने वाली पहाड़ी सीएचसी की 2 स्टाफ नर्सों की कार्यप्रणाली पर श्री प्रसाद ने नाराजगी व्यक्त की है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने समीक्षा के दौरान कहा कि प्रसव के रेफरल मामलों में शतत समीक्षा के बाद भी ए. एन. एम .और स्टाफ नर्स अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए जानबूझकर रेफर कर देते है। ये स्थिति संतोषजनक नहीं है।कई मामलों में गर्भवती की चार जरूरी जांचें नहीं होने की जानकारी भी सामने आई है। जो अक्षम्य है। श्री प्रसाद ने समीक्षा के दौरान ब्लॉक कन्हवारा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहाड़ी में पदस्थ स्टाफ नर्स द्वय रेखा पटेल और दिव्या ठाकुर द्वारा प्रसव के एक मामले में सभी जांच रिपोर्ट सामान्य होने के बाद भी प्रसव के प्रकरण को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। जिस पर कलेक्टर श्री प्रसाद ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएचएमओ को स्टाफ नर्स द्वय को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बाद स्टाफ नर्स रेखा पटेल और दिव्या ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी कर 2 दिनों में जवाब प्रस्तुत करने की हिदायत दी गई है। जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने पर इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए ये स्वत: जिम्मेदार होंगी।
विदित हो कि कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने सहित प्रसव के रेफरल प्रकरणों की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। कलेक्टर अवि प्रसाद ने स्वास्थ्य महकमें को दो टूक हिदायत दी है, कि प्रसव के रेफरल प्रकरणों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। गर्भवती महिला की ए.एन.सी के दौरान निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत सभी जांचें करने तथा इन सब मामलों में कोताही बरतने पर कड़ी कार्यवाही किये जानें के निर्देश दे रखे है।