गंज बासौदा से मुकेश चतुर्वेदी
अखाड़े के साथ निकला चल समारोह चल समारोह जगह जगह हुआ भव्य स्वागत
राम मंदिर में सूर्यदेव को दर्पण में उतारकर कराए भगवान के बाल रूप के दर्शन
गंजबासौदा। रामनवमी पर शहर सहित ग्रामीण अंचल के मंदिरों में भगवान राम का जन्मोत्सव बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। गांधी चौक स्थित रामजानकी मंदिर सुंदर मंदिर धनुषधारी मंदिर मुरली मनोहर मंदिर स्टेशन रोड हनुमान मंदिर नौलखा मंदिर पर धार्मिक आयोजन हुए। चूडी मौहल्ला स्थित श्रीराम मंदिर में भगवान श्रीराम के प्राक्टय के समय सूर्यदेव को दर्पण में उतारकर प्रभु के दर्शन कराए गए। जिससे मंदिर का गर्भग्रह
रोशनी से जगमगा उठता है। यह अनूठी परंपरा पिछले दौ सो साल से चली आ रही है। पुरानी बस्ती मे स्थित यह मंदिर जनआस्था का केंद्र बना हुआ है। मंदिर की सेवा करने वाले राम करंजगांव कर ने बताया की उनके पूर्वज इसी तरह राम जन्म उत्सव मनाया करते थे राम जन्म दिवस पर आज भी यही परंपरा कायम है।
श्रीराम नवमी के मौके पर यहां सुबह श्रद्धालुओं का उमड़ना शुरू हो जाता है। ठीक 12 बजे भगवान की जन्मोत्सव आरती शुरू हुई। इस दौरान मंदिर के बाहर बने चबूतरे पर हनुमानजी की प्रतिमा के सामने एक श्रद्धालु बड़े आकार का दर्पण लेकर खडी होगया।और सूर्यदेव को दर्पण में उतारकर वह रोशनी करीब 15 फिट अंदर मंदिर के गर्भग्रह में पहुंचाई गई। जिससे मंदिर में रखी राम जानकी लक्ष्मण जी की प्रतिमा जगमग उठी। मंदिर के लक्ष्मण करंजगांवकर बताते हैं शास्त्रों बताया गया है कि प्रभु के जन्म के समय सभी देवी-देवता उनके दर्शन करने आए थे। उनमें भगवान सुरभि थे इसलिए भगवान राम के जन्म उत्सव के समय दर्पण के माध्यम से सूर्य का प्रकाश प्रतिमा पर प्रतिबिंब के रूप में प्रकाशित किया जाता है। इस मंदिर में परंपरा गवालियर रियासत के समय से ही चली आ रही है मंदिर के रखरखाव के लिए पूर्व में ग्वालियर रियासत से खर्च भी आताथा। भक्तों ने भजन कीर्तन कर राम जन्म उत्सव मनाया बाही आरती के पश्चात प्रसादी का वितरण किया गया। पिपलेश्वर महादेव मंदिर बेतवा गंज घाट स्थित हनुमान मंदिर पर राम दरबार सजा। शहर सहित ग्रामीण अंचलों के राम मंदिरों में भी बड़े उत्साह से रामनवमी का त्यौहार मनाया गया।
शहर के प्रसिद्ध देवी मंदिर शीतला शक्ति धाम पर कन्या भोज का आयोजन हुआ वही प्रसादी का वितरण हुआ सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा देवी माता के नवरात्रि के पश्चात ज्वारे का विसर्जन भी शाम के समय किया गया अष्टमी पर यहां महा आरती का आयोजन हुआ था 1000 दीपों से दरबार को सजाए भी गया था। मैं विद्युत वितरण कंपनी के प्रांगण में स्थित देवी मंदिर में भी हवन की तरह भजनों का आयोजन हुआ नौ देवी पिपलेश्वर मंदिर में भी भजनों के साथ माता का दरबार सजाया गया पूरा-पूरा स्थित बिजासन मंदिर एवं वार्ड क्रमांक 5 स्थित बिजासन मंदिर में भी भक्तों का तांता लगा रहा 9 दिन यहां बड़े उत्साह से देवी की पूजन अर्चन की गई।
निकला विशाल चल समारोह
रामनवमी के अवसर पर नगर में नगर में चल समारोह आयोजित हुआ। भव्य चल समारोह त्योंदा रोड से निकाला गया मुख्य मार्गो से होता हुआ नवीन बस स्टैंड के पास स्थित रघुवंशी धर्मशाला में समाप्त हुआ चल समारोह में आकर्षक झांकियां सजाई गई थी भजन मंडली या भजन करते हुए चल रही थी समापन के पश्चात प्रसादी का वितरण किया गया। चल समारोह में अखाड़े का प्रदर्शन भी किया गया।