बिना दुल्हन लिए लौटा दूल्हा सात जन्मों का बंधन निभाने का लिए जाने वाली सात फेरों के बीच ही पहुंची पुलिस 5 फेरे हो चुके थे पूरे पुलिस को देख बाराती-घराती रह गए दंग और बारातियों के साथ घरातीओं ने शादी हो जाने की बात कही पर चाइल्डलाइन की टीम से कही यह पूरा मामला गढ़ाकोटा क्षेत्र अंतर्गत का है जहां लड़की की शादी उसकी मां जबरदस्ती करा रही थी और पिता को यह शादी मंजूर नहीं थी पिता जानता था कि बाल विवाह कराना अपराध है और उसकी लड़की की शादी करना अभी ठीक नहीं है इसलिए पिता ने पुलिस को सूचना दी महिला किशोर इकाई की टीम मौके पर पहुंची गढ़ाकोटा से लगभग 5 किलोमीटर दूर ग्राम रेंगवा पहुंची जहां बारात के साथ आए बारातियों का पूरा सम्मान किया गया और जयमाला भी अच्छे से हो गई इसी बीच टीम ने अपनी दस्तक दी जहां लड़की नाबालिक टीम ने लड़की के परिजनों के साथ बारातियों को समझाया लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं था
सभी बाराती दिन में ही शराब के नशे में थी टीम को भारी मशक्कत करनी पड़ी बार-बार समझाने के बाद भी कोई मानने को तैयार नहीं था लड़की के सारे दस्तावेज मांगे गए जिसमें लड़की नाबालिक होने के बावजूद भी यह शादी रात की जगह दिन में कर दी गई टीम ने दूल्हे से बात की तो दूल्हे ने साफ इंकार कर दिया कि मैं यह शादी नहीं करूंगा और यह शादी मुझे करना ठीक नहीं है तब जाकर शादी को रुकवाया जा सका टीम ने सभी को समझाइए टीम कि मैं शामिल ज्योति तिवारी ने बताया कि शायद यह पहली शादी होगी जब हमें इतनी मशक्कत करनी पड़ी और सभी बाराती नशे की हालत में थी मैं उन्हें नहीं समझा सकती थी तब जाकर मैंने पुलिस और स्थानीय लोगों को समझाया दूल्हे को समझाया तब जाकर यह शादी रुकी दूल्हे ने साफ लफ्जो में कह दिया कि हम यह शादी नहीं करेंगे मतलब नहीं करेंगे