प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम /शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय द्वारा युवा नीति निर्माण हेतु संगोष्ठी, परिचर्चा का आयोजन किया गया। आयुक्त उच्च शिक्षा के निर्देशानुसार छात्रों में युवा नीति निर्माण के नए विकल्पों व सुझावों हेतु इस संगोष्ठी ने छात्राओं में नए अवसरों को जानने वह पूर्ण जागरूकता के साथ अपने विचार साझा करने का अवसर प्रदान किया। इस संगोष्ठी में महाविद्यालय संरक्षक प्राचार्य डॉ श्रीमती कामिनी जैन ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नीतियां हमारे वर्तमान व भविष्य के निर्माण की साक्षी रही हैं। पूर्व के अनुभवों को मद्देनजर रखते हुए नवीन परिकल्पना की ओर अग्रसर युवा नीति आपके ही भविष्य निर्माण के लिए आपसे सुझाव चाहती है। आप युवा हैं, राष्ट्र निर्माता हैं, आपकी दृष्टि में युवा नीति निर्माण में आपके विचार पथ प्रदर्शन का कार्य करेंगे। सर्वविदित है कि 18 दिसंबर से सतत छात्राओं से सुझाव संग्रहित किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय युवा नीति निर्माण में प्राध्यापकों के विचार भी प्राप्त किए जा रहे हैं एवं विचारों को छात्राओं से साझा कर युवा नीति में सहभागिता हेतु छात्राओं को प्रेरित किया जा रहा है। डॉ. कंचन ठाकुर, डॉ. आर बी शाह, डॉ. अरुण सिकरवार, डॉ. दीपक अहिरवार, डॉ. मनीष चंद्र चौधरी, डॉ. आशीष सौहगोरा, डॉ. दशरथ मीणा, डॉ. विजया दिवाकर, अजय तिवारी, श्रीमती आभा वाधवा, श्रीमती दीपिका राजपूत, डॉ. घनश्याम डेहरिया, डॉ. प्रगति जोशी, डॉ. प्रीति मालवीय, डॉ. रीना मालवीय, डॉ. कीर्ति दीक्षित, कु श्वेता वर्मा, श्रीमती अंकिता तिवारी, डॉ श्रद्धा हर्णे, कु चारू तिवारी, शैलेंद्र तिवारी, देवेंद्र सैनी, श्रीमती प्रीति ठाकुर, कु सौम्या चौहान एवं समस्त महाविद्यालय स्टाफ एवं भारी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहे।